आपने ताँबे के मलीन बर्तन को नींबू या इमली के रस से साफ़ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ़ करने में क्यों प्रभावी हैं?

ताँबे के बर्तन पर समय के साथ जंग और ऑक्साइड की परत जम जाती है, जो उसे मलीन बना देती है। नींबू और इमली के रस में साइट्रिक और टार्टरिक एसिड होते हैं। ये एसिड जंग और ऑक्साइड को घुलनशील लवण में बदल देते हैं, जिससे ताँबे की सतह से ये परतें हट जाती हैं। इस प्रकार, खट्टे पदार्थ ताँबे के बर्तन को साफ़ करने में प्रभावी होते हैं।

MCQs Based on the above question

ताँबे के मलीन बर्तन को साफ़ करने में नींबू या इमली का रस क्यों प्रभावी है?
a) ये क्षारीय होते हैं
b) ये अम्लीय होते हैं
c) ये जल में घुलनशील होते हैं
d) इनमें एंटीबायोटिक गुण होते हैं

उत्तर: b) ये अम्लीय होते हैं


नींबू या इमली के रस में कौन सा अम्ल होता है जो ताँबे की गंदगी को हटाने में सहायक होता है?
a) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
b) सल्फ्यूरिक अम्ल
c) साइट्रिक अम्ल
d) नाइट्रिक अम्ल

उत्तर: c) साइट्रिक अम्ल (Citric Acid)


ताँबे के मलीन बर्तन की सफाई में अम्लीय पदार्थ किस प्रकार सहायक होते हैं?
a) ताँबे को गलाते हैं
b) ताँबे की सतह को चिकना बनाते हैं
c) ताँबे के ऑक्साइड को घोलते हैं
d) ताँबे की सतह पर परत चढ़ाते हैं

उत्तर: c) ताँबे के ऑक्साइड को घोलते हैं