साबुन के अणु: एक हाइड्रोफिलिक (जल प्रेमी) सिरा और एक हाइड्रोफोबिक (जल द्वेषी) पूंछ होती है।
क्रियाविधि:
- कृष्णिका निर्माण: जब साबुन को जल में घुलाया जाता है, तो साबुन के अणु मिसेल्स बनाते हैं। मिसेल्स के हाइड्रोफोबिक पूंछे गंदगी और तेल के कणों के चारों ओर एकत्र हो जाते हैं।
- प्रक्षालन: गंदगी और तेल की कणों को मिसेल्स के अंदर फँसाया जाता है और पानी के साथ धोने पर ये आसानी से हट जाते हैं।
- इमल्सीफिकेशन: साबुन गंदगी को जल में घुलनशील बना देता है, जिससे उसे जल से साफ किया जा सकता है|
- यह प्रक्रिया गंदगी, तेल और अन्य अशुद्धियों को आसानी से हटाने में सहायक होती है।
MCQs Based on the above question
प्रश्न 1:
साबुन के अणु में कौन सा हिस्सा जल प्रेमी होता है?
a) हाइड्रोफोबिक पूंछ
b) हाइड्रोफिलिक सिरा
c) ऑक्सीजन
d) हाइड्रोजन
उत्तर: b) हाइड्रोफिलिक सिरा
प्रश्न 2: साबुन जल में क्या बनाते हैं?
a) क्रिस्टल
b) गैस
c) मिसेल्स
d) प्लाज्मा
उत्तर: c) मिसेल्स
प्रश्न 3:
मिसेल्स में गंदगी के कण कहाँ फँसते हैं?
a) बाहर
b) अंदर
c) ऊपर
d) नीचे
उत्तर: b) अंदर
प्रश्न 4:
साबुन की सफाई प्रक्रिया में क्या किया जाता है?
a) गंदगी को जल में अघुलनशील बनाया जाता है
b) गंदगी को जल में घुलनशील बनाया जाता है
c) गंदगी को ठोस में परिवर्तित किया जाता है
d) गंदगी को गैस में परिवर्तित किया जाता है
उत्तर: b) गंदगी को जल में घुलनशील बनाया जाता है